![आग की भीख](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/आग-की-भीख.jpg)
आग की भीख – रामधारी सिंह “दिनकर”
आग की भीख कविता राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह “दिनकर” ने अन १९४३ में लिखा था| इस कविता को अगर ध्यान…
![कृष्ण की चेतावनी](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/कृष्ण-की-चेतावनी.jpg)
कृष्ण की चेतावनी-रामधारी सिंह “दिनकर”
कृष्ण की चेतावनी श्री रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखित काव्यखंड रश्मिरथी से लिया गया एक अंश है| दिनकर जी ने…
![कलम या कि तलवार](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/कलम-की-या-तलवार.jpg)
कलम या कि तलवार – रामधारी सिंह “दिनकर”
कलम या कि तलवार कविता में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी कलम और तलवार की तुलना करते हैं | कवि…
![रामधारी सिंह दिनकर](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/रात-यों-कहने-लगा-मुझसे-गगन-का-चाँद.jpg)
रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद-रामधारी सिंह “दिनकर”
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित कविता रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत…
![](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/सिंघासन-खली-करो-की-जनता-आती-हैं.jpg)
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है |रामधारी सिंह “दिनकर”
सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी,मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है;दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,सिंहासन खाली…
![सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/पथ-आँगन.jpg)
पथ आंगन पर रखकर आई | सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
पथ आंगन पर रखकर आई ( Path Aangan Par Rakhkar aai ) कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी द्वारा लिखी गई…
![सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/अभी-न-होगा-मेरा-अन्त.jpg)
अभी न होगा मेरा अन्त – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
कवि सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी द्वारा लिखी गई यह कविता अभी न होगा मेरा अंत ( Abhi Na Hoga Mera…
![](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/गीत-गाने-दो-मुझे-तो.jpg)
गीत गाने दो मुझे तो – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
गीत गाने दो मुझे तो ( Geet Gane do mujhe to ) गीत गाने दो मुझे तो,वेदना को रोकने को।…
![वह तोड़ती पत्थर](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/वह-तोड़ती-पत्थर.jpg)
वह तोड़ती पत्थर – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
वह तोड़ती पत्थर कविता पंडित सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी द्वारा लिख गई सबसे चर्चित कविता है| यह कविता निराला जी…
![https://thehindigiri.com/](https://thehindigiri.com/wp-content/uploads/2021/12/bandhon-na-naav.jpg)
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु- सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु ! कविता, कवि सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी द्वारा लिखी गई प्रचलित कविताओं में से…