संग तुम्हारे, साथ तुम्हारे – नागार्जुन

संग तुम्हारे, साथ तुम्हारे
December 20, 2021 0 Comments 2 tags

बाबा नागार्जुन की निर्भीकता और स्पष्टवादिता ही बाबा को सबसे अलग और आन्दोलनकारी कवि के रूप में स्थान दिलाती है| बाबा नागार्जुन की कविताओं और उनके व्यक्तिगत जीवन में जी

बाकी बच गया अण्डा – नागार्जुन

बाकी बच गया अण्डा
December 20, 2021 0 Comments 1 tag

बाबा नागार्जुन की कविता – बाकी बच गया अण्डा, उनके द्वारा लिखी गविताओं में से सबसे प्रसंघिक कविता हैं | यह कविता बाबा नागर्जुन ने देश आजाद होने के लगभग

बादल को घिरते देखा है – नागार्जुन

बाबा नागार्जुन
December 20, 2021 0 Comments 1 tag

बाबा जगार्जुन बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे| उनकी कविताओं जब भी पढ़ो तो आपको बहुदिशीय आयाम के दर्शन होतें हैं | बाबा के बारे में यह कहने में मुझे कोई