यौवन का पागलपन – माखनलाल चतुर्वेदी

माखनलाल चतुर्वेदी
January 31, 2022 0 Comments 1 tag

यौवन का पागलपन हम कहते हैं बुरा न मानो, यौवन मधुर सुनहली छाया।सपना है, जादू है, छल है ऐसापानी पर बनती-मिटती रेखा-सा,मिट-मिटकर दुनियाँ देखे रोज़ तमाशा।यह गुदगुदी, यही बीमारी,मन हुलसावे,

दीप से दीप जले – माखनलाल चतुर्वेदी

माखनलाल चतुर्वेदी
January 31, 2022 0 Comments 1 tag

….दीप से दीप जले…. सुलग-सुलग री जोत दीप से दीप मिलेंकर-कंकण बज उठे, भूमि पर प्राण फलें। लक्ष्मी खेतों फली अटल वीराने मेंलक्ष्मी बँट-बँट बढ़ती आने-जाने मेंलक्ष्मी का आगमन अँधेरी

पुष्प की अभिलाषा – माखनलाल चतुर्वेदी

माखनलाल चतुर्वेदी
January 30, 2022 0 Comments 1 tag

बचपन में अनेक कविताओं का अध्ययन और वाचन किया मैंने परन्तु श्री माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा लिखित कविता “पुष्प की अभिलाषा” मेरी सबसे प्रिये कविताओं में से एक रही है |

अज्ञात वास (रश्मिरथी -तृतीय सर्ग) रामधारी सिंह “दिनकर”

अज्ञात वास
January 29, 2022 0 Comments 1 tag

हो गया पूर्ण अज्ञात वास,पाडंव लौटे वन से सहास,पावक में कनक-सदृश तप कर,वीरत्व लिए कुछ और प्रखर,नस-नस में तेज-प्रवाह लिये,कुछ और नया उत्साह लिये।सच है, विपत्ति जब आती है,कायर को

मातृ मूर्ति – पदुमलाल पन्नालाल बख्शी

पदुमलाल पन्नालाल बख्शी
January 28, 2022 0 Comments 1 tag

मातृ मूर्ति क्या तुमने मेरी माता का देखा दिव्याकार,उसकी प्रभा देख कर विस्मय-मुग्ध हुआ संसार ।। अति उन्नत ललाट पर हिमगिरि का है मुकुट विशाल,पड़ा हुआ है वक्षस्थल पर जह्नुसुता

है प्रीत जहाँ की रीत सदा – इंदीवर

इंदीवर
January 26, 2022 0 Comments 1 tag

है प्रीत जहाँ की रीत सदा जब ज़ीरो दिया मेरे भारत नेभारत ने मेरे भारत नेदुनिया को तब गिनती आईतारों की भाषा भारत नेदुनिया को पहले सिखलाई देता ना दशमलव

कौन सिखाता है चिडियों को – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

कौन सिखाता है
January 25, 2022 0 Comments 1 tag

कौन सिखाता है चिड़ियों को चीं-चीं, चीं-चीं करना?कौन सिखाता फुदक-फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर्र से उड़ना दाने चुग-चुग खाना?कौन सिखाता तिनके ला-ला कर घोंसले बनाना? कौन सिखाता

26 जनवरी पर भाषण

Republic day
January 24, 2022 5 Comments 1 tag

नमस्कार ! thehindigiri.com से जुड़े हुए सम्मानित सभी सदस्यों एवम् भारत वर्ष के प्रत्येक नागरिक को राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस (Republic day) की हार्दिक शुभकामनाएं | दोस्तों यह पोस्ट बहुत

सूरदास – के प्रमुख पद

सूरदास - के प्रमुख पद
January 22, 2022 0 Comments 1 tag

कविवर सूरदास के प्रमुख पद आपको इस इस ब्लॉग में पढ़ने को मिलेगा | तुम्हारी भक्ति हमारे प्रान।छूटि गये कैसे जन जीवै, ज्यौं प्रानी बिनु प्रान॥जैसे नाद-मगन बन सारंग, बधै

तुझे कैसे भूल जाऊँ – दुष्यंत कुमार

दुष्यंत कुमार
January 20, 2022 0 Comments 1 tag

क्या कहते हैं कि समय सबको यथार्थ की दिशा का दर्शन करा देता है | दुष्यंत कुमार जी की कविता व गज़ल में एक अलग छवि देखने को मिलती है