
मनुष्य और सर्प – रामधारी सिंह “दिनकर”
मनुष्य और सर्प ( Manushya aur sarp ) राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा रचित खंडकाव्य रश्मिरथी का एक…

Distance matters – मोहन अबोध
Distance matters – मोहन अबोध मेरे शब्दों के दुनिया के दोस्त नमस्कार, कैसे हैं आप सब? आशा करता हूँ प्रसन्नतापूर्ण…

देखते ही देखते पहलू बदल जाती है क्यूँ – डॉ कुँवर बेचैन
देखते ही देखते पहलू बदल जाती है क्यूँ नींद मेरी आँखों में आते ही जल जाती है क्यूँ। हाथ में…

चारु चंद्र की चंचल किरणें – मैथिलीशरण गुप्त
चारु चंद्र की चंचल किरणें – मैथिलीशरण गुप्त कविता क्षेत्र में मैंने बचपन से लेकर के अब तक अनेक नाम…

परशुराम की प्रतीक्षा | रामधारी सिंह “दिनकर” | हिंदी कविता
परशुराम की प्रतीक्षा | रामधारी सिंह दिनकर खण्ड – एक गरदन पर किसका पाप वीर ! ढोते हो ? शोणित…

अश्रु यह पानी नहीं है – महादेवी वर्मा
अश्रु यह पानी नहीं है ( Ashru Yah Pani Nahi Hai.) महादेवी वर्मा जी द्वारा लिखित बहुत ही चर्चित कविता…

बिहारी के दोहे
बिहारी ( Bihari) सतसइया के दोहरा ज्यों नावक के तीर। देखन में छोटे लगैं घाव करैं गम्भीर।। नहिं पराग नहिं…

नदी बोली समन्दर से – डॉ. कुँअर बेचैन
नदी बोली समन्दर से – डॉ. कुँअर बेचैन ( Dr Kunwar Bechain ) नदी बोली समन्दर से, मैं तेरे पास…

हिरोशिमा हिंदी कविता अज्ञेय | Hiroshima Hindi Kavita
Hiroshima Hindi Kavita एक दिन सहसासूरज निकलाअरे क्षितिज पर नहीं,नगर के चौक :धूप बरसीपर अंतरिक्ष से नहीं,फटी मिट्टी से। छायाएँ मानव-जन…

आने वाले हैं शिकारी मेरे गाँव में – गीतकार राजेन्द्र राजन
आने वाले हैं शिकारी आने वाले हैं शिकारी मेरे गाँव मेंजनता है चिन्ता की मारी मेरे गाँव में फिर वही…