Author: Hindiadmin

है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है – हरिवंशराय बच्चन
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है ( Hai Hai Andheri Raat Par Diya Jalana Kab Mana Hai…
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मनुष्य और सर्प – रामधारी सिंह “दिनकर”
मनुष्य और सर्प ( Manushya aur sarp ) राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा रचित खंडकाव्य रश्मिरथी का एक…
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Distance matters – मोहन अबोध
Distance matters – मोहन अबोध मेरे शब्दों के दुनिया के दोस्त नमस्कार, कैसे हैं आप सब? आशा करता हूँ प्रसन्नतापूर्ण…
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देखते ही देखते पहलू बदल जाती है क्यूँ – डॉ कुँवर बेचैन
देखते ही देखते पहलू बदल जाती है क्यूँ नींद मेरी आँखों में आते ही जल जाती है क्यूँ। हाथ में…
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चारु चंद्र की चंचल किरणें – मैथिलीशरण गुप्त
चारु चंद्र की चंचल किरणें – मैथिलीशरण गुप्त कविता क्षेत्र में मैंने बचपन से लेकर के अब तक अनेक नाम…
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परशुराम की प्रतीक्षा | रामधारी सिंह “दिनकर” | हिंदी कविता
परशुराम की प्रतीक्षा | रामधारी सिंह दिनकर खण्ड – एक गरदन पर किसका पाप वीर ! ढोते हो ? शोणित…
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अश्रु यह पानी नहीं है – महादेवी वर्मा
अश्रु यह पानी नहीं है ( Ashru Yah Pani Nahi Hai.) महादेवी वर्मा जी द्वारा लिखित बहुत ही चर्चित कविता…
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बिहारी के दोहे
बिहारी ( Bihari) सतसइया के दोहरा ज्यों नावक के तीर। देखन में छोटे लगैं घाव करैं गम्भीर।। नहिं पराग नहिं…
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नदी बोली समन्दर से – डॉ. कुँअर बेचैन
नदी बोली समन्दर से – डॉ. कुँअर बेचैन ( Dr Kunwar Bechain ) नदी बोली समन्दर से, मैं तेरे पास…
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हिरोशिमा हिंदी कविता अज्ञेय | Hiroshima Hindi Kavita
Hiroshima Hindi Kavita एक दिन सहसासूरज निकलाअरे क्षितिज पर नहीं,नगर के चौक :धूप बरसीपर अंतरिक्ष से नहीं,फटी मिट्टी से। छायाएँ मानव-जन…
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