Author: Hindiadmin
कृष्ण की चेतावनी-रामधारी सिंह “दिनकर”
कृष्ण की चेतावनी श्री रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखित काव्यखंड रश्मिरथी से लिया गया एक अंश है| दिनकर जी ने…
Read Moreकलम या कि तलवार – रामधारी सिंह “दिनकर”
कलम या कि तलवार कविता में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी कलम और तलवार की तुलना करते हैं | कवि…
Read Moreरात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद-रामधारी सिंह “दिनकर”
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित कविता रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत…
Read Moreसिंहासन खाली करो कि जनता आती है |रामधारी सिंह “दिनकर”
सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी,मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है;दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,सिंहासन खाली…
Read Moreपथ आंगन पर रखकर आई | सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
पथ आंगन पर रखकर आई ( Path Aangan Par Rakhkar aai ) कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी द्वारा लिखी गई…
Read Moreअभी न होगा मेरा अन्त – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
कवि सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी द्वारा लिखी गई यह कविता अभी न होगा मेरा अंत ( Abhi Na Hoga Mera…
Read Moreगीत गाने दो मुझे तो – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
गीत गाने दो मुझे तो ( Geet Gane do mujhe to ) गीत गाने दो मुझे तो,वेदना को रोकने को।…
Read Moreवह तोड़ती पत्थर – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
वह तोड़ती पत्थर कविता पंडित सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी द्वारा लिख गई सबसे चर्चित कविता है| यह कविता निराला जी…
Read Moreबाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु- सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु ! कविता, कवि सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी द्वारा लिखी गई प्रचलित कविताओं में से…
Read Moreजागो फिर एक बार | सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी यह कविता “जागो फिर एक बार” भारतीय युवाओं को जागृत करने और जोश भरने के लिए…
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