सूरज निकलना चाहिए- गोपालदास “नीरज”

सूरज निकलना चाहिए
July 19, 2023 0 Comments 2 tags

है बहुत अंधियार अब  सूरज निकलना चाहिए– कविता – हिन्दी कविता के महान कवि श्री गोपालदास “नीरज” जी ने लिखा है | इस कविता में नीरज जी सामाजिक परिवर्तन की

अब तुम्हारा प्यार भी – गोपालदास “नीरज”

गोपालदास "नीरज"
November 4, 2022 0 Comments 3 tags

श्री गोपालदास “नीरज” जी द्वारा रचित गीत अब तुम्हारा प्यार भी मुझको नहीं स्वीकार प्रेयसि (Ab Tumhara Pyar Bhi Mujhko Nahi) आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ आशा

जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना – गोपालदास “नीरज”

जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना
October 18, 2022 2 Comments 2 tags

सफल कवि वही होता है जिसकी कविताएँ मुहावरे के रूप में जनमानस के कंठों से यदा – कदा कभी न कभी अवश्य सुनाई पड़ जायें| कविता को मुहावरे के रूप

कारवाँ गुज़र गया, गुबार देखते रहे – श्री गोपालदास “नीरज”

गोपालदास नीरज
September 6, 2022 0 Comments 3 tags

कारवाँ गुज़र गया, गुबार देखते रहे (Karvan Guzar Gaya Gubar Dekhte Rahe) – श्री गोपालदास “नीरज” द्वारा लिखा गया बहुत चर्चित और सुप्रसिद्धि गीत है| यह कविता नीरज जी ने